Celebration Month: भाद्रपद(भादो) मासक शुक्ल पक्ष केर चतुर्थी तिथिकेँ
चन्द्रमा प्रणाम मंत्र :
'दधि-शंख-तुषाराभं, क्षीरोदार्णव-संभवम्।
नमामि शशिनं भक्त्या, शंभोर्मुकुट भूषणम्।।'
चौरचन पूजा मंत्र :
सिंह: प्रसेनवमवधीत सिंहो जाम्बवताहत:।
सुकुमारक मा रोदीस्तव ह्येष स्यमन्तकः ।
वाजसनेयी यज्ञोपवीत धारण मंत्र :
ॐ यज्ञोपवीतं परमं पवित्रं प्रजापतेर्यत्सहजं पुरस्तात्।
आयुष्यमग्रं प्रतिमुंच शुभ्रं यज्ञोपवीतं बलमस्तु तेजः।।
छन्दोग यज्ञोपवीत धारण मंत्र :
ॐ यज्ञोपवीतमसि यज्ञस्य त्वोपवीतेनोपनह्मामि।
Celebration Day: दिवाली के सांझ
शास्त्राशस्त्रहतानांच भूतानांभूत दर्शयोः।
उज्ज्वल ज्योतिषा देहं निदहेव्योमवह्निना॥
अग्निदग्धाश्व ये जीवा येऽदयद्ग्धाः कुले मम।
उज्ज्वलज्योतिषा दग्धास्ते यान्तु परमाङ्गतिम्॥
यमलोकं परित्यज्य आगता महालये।
उज्ज्वलज्योतिषा वत्मं पश्यन्तो व्रजन्तुते॥
Celebration Day: दीवाली कऽ दू दिन बाद(कार्तिक मासक शुक्ल पक्ष केर द्वितीया तिथिकेँ)
गंगा नोतय छैथ यमुना के, हम नोतय छी (भाई के नाम ) भाई के. जहिना जहिना गंगा-यमुना के धार बहय,हमर भाय सबहक औरदा बढ़य"